सम्पूर्ण विश्व COVID-19 महामारी से लड़ रहा है। ICMR ने कोरोनावायरस रैपिड टेस्टिंग को मंजूरी दी है ये परीक्षण 10-15 मिनट में परिणाम देते हैं, पारंपरिक RT-PCR टेस्ट की तुलना में दस गुना कम समय लेता है। भारत में Rapid COVID Test बड़े पैमाने में किया जा रहा है जिससे COVID परीक्षण अच्छी मदद मिल रही है।
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कोरोनावायरस रैपिड टेस्टिंग क्या है और इसकी प्रक्रिया(What is coronavirus rapid testing and its process)
कोरोनावायरस रैपिड टेस्टिंग एक त्वरित परीक्षण है जो रोगी के रक्त में एंटीबॉडी की उपस्थिति का पता लगाता है। ये एंटीबॉडी तब बनती हैं जब कोई मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित होता है।
जबकि पीसीआर परीक्षण नाक या गले की सूजन का उपयोग करते हैं, रैपिड एंटीबॉडी परीक्षण रक्त के नमूनों का उपयोग करते हैं।
टेस्ट प्रक्रिया (Test Process)
सबसे पहले व्यक्ति की उंगली में लांसेट(नुकीली सुई) को चुभाकर सैंपल लिया जाता है। यह सैम्पल रक्त, प्लाज्मा या सीरम के रूप में हो सकता है।
सैंपल (blood) की तय मात्रा Rapid टेस्ट किट में बताई गई जगह पर डाली जाती है।
अब टेस्ट किट में रक्त(blood) नमूने के ऊपर केमिकल (test solution) की तीन बूंदें डाली जाती हैं
अब 10 मिनट के बाद टेस्ट किट में रिजल्ट सामने आ जाता है।
परिणाम कैसे देखा जाता है-
C & T rapid kit-
निगेटिव परिणाम(Negative result)-
यदि रैपिड टेस्ट किट पर C में एक गुलाबी लाइन या लकीर सी ऊभरती (show) है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति की covid-19 रिपोर्ट निगेटिव है।
पॉजिटिव परिणाम(positive result)-
यदि किट पर C और T दोनों में गुलाबी लाइन उभरतीं हैं तो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है।
IgG & IgM Rapid kit-
पॉजिटिव परिणाम केवल M-
यदि किट पर C और M में गुलाबी लाइन उभरतीं हैं तो मरीज IgM एंटीबॉडी के साथ (covid-19) पॉजिटिव है।
पॉजिटिव परिणाम केवल G-
अगर किट पर Cऔर G गुलाबी लाइन उभरती हैं तो मरीज आईजीटी एंटीबॉडी के साथ positive है।
पॉजिटिव परिणाम G और M-
यदि किट पर G और M दोनों में गुलाबी लकीरें उभरती हैं तो व्यक्ति IgG और IgM एंटीबॉडी के साथ corona पॉजिटिव है।
टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद क्या होता है(What happens after test positive)
यदि रैपिड टेस्ट में corona पॉजिटिव आये तो हो सकता है व्यक्ति कोविड-19 का मरीज हो, ऐसे में उसे घर में या अस्पताल में आइसोलेशन में 15 दिन तक रहना होता है। 15 दिन बाद फिर covid-19 टेस्ट करके रिजल्ट negative होने पर ही public place में जाना चाहिए।
यदि लक्षण दिखे लेकिन टेस्ट निगेटिव आए तब(If symptoms are seen but test negative then)
यदि रैपिड टेस्ट निगेटिव आये और लक्षण दिखे तो फिर उसका RT-PCR टेस्ट किया जाता है। रियल टाइम पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने पर हॉस्पिटल या घर मेपर ही व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा जाता है। वहीं रियल टाइम पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने पर माना जाता है कि उसमें कोरोना वायरस (covid-19) का संक्रमण नहीं हैं।
कोरोनावायरस रैपिड टेस्टिंग उपलब्धता (Coronavirus rapid testing availability)
भारत सरकार द्वारा यह टेस्ट सभी सरकारी अस्पतालो, स्वास्थ्य केन्द्रों, अन्य सरकारी संस्थाओं में बिल्कुल फ्री में किया जा रहा है।
COVID रैपिड टेस्ट विश्वसनीयता(COVID Rapid Test Reliability)
रैपिड टेस्ट के सभी सैम्पल का रिजल्ट सही नहीं होता हैं परन्तु समय की की वचत के लिए इसका उपयोग कोरोनावायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
रैपिड एंटीजन टेस्ट से अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इसकी एक्युरेसी लगभग 100% है
रैपिड टेस्ट की negative एक्युरेसी रेट 50% हैं जबकि RT-PCR टेस्ट की एक्युरेसी 60% होती है।