ब्लैक फंगस इंफेक्शन क्या है? फंगस का स्रोत, लक्षण, फैलने का कारण, सावधानियां, एवं बचाव उपाय(What is a black fungus infection? Fungus source, symptoms, cause of spread, precautions, and preventive measures):-

ब्लैक फंगस(Block fangus) एक बेहद खतरनाक संक्रमण है। इसे मेडिकल में म्यूकरमायकोसिस कहते हैं। यह बीमारी म्यूकर फफूंद के कारण होती है। कोरोना वायस से ठीक हुए व्यक्ति को ब्लैक फंगस इंफेक्शन होता हैं ये फंगस शिरानाल(Sinus), मस्तिष्क और फेफड़ों को प्रभावित करता है और डायबिटीज़ के मरीज़ों या बेहद कमज़ोर प्रतिरोधक क्षमता(इम्यूनिटी) वाले लोगों जैसे कैंसर या एचआईवी/एड्स के मरीज़ों के लिए जानलेवा भी हो सकती है।

ब्लैक फंगस इंफेक्शन  क्या है? फंगस का स्रोत, लक्षण, फैलने का कारण, सावधानियां, एवं बचाव उपाय(What is a black fungus infection?  Fungus source, symptoms, cause of spread, precautions, and preventive measures):-
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ब्लैक फंगस इंफेक्शन  क्या है?(What is a black fungus infection?)

ब्लैक फंगस नाख से बॉडी में प्रवेश करता है। गले मे कैरोटिड धमनी होती है जो रक्त(blood)आँखों तक पहुंचाती है। यह फंगस blood में मिलकर आँखों तक पहुँच जाता है धीरे-धीरे  यह आँखों को प्रभावित करने लगता हैं इसी वजह से ब्लैक फंगस या ब्लड फंगस से जो भी मरीज ज्यादा प्रभावित होते हैं उनकी आंख निकालनी पड़ती है क्योंकि धीरे-धीरे आंखों की रोशनी चली जाती है उस जगह पर काले निशान पड़ने लगते हैं और अंतिम में यही उपाय बचता है कि आंखों को निकाल दिया जाए, बाद में यह बीमारी गंभीर हो जाए तो यह मस्तिष्क को भी प्रभावित कर सकता ह


म्यूकर फफूंद के स्रोत(Sources of Mucor Mildew):-

यह फफूंद मिट्टी, पौधों, हवा, खाद, सड़े हुए फल और सब्ज़ियों  में पाया(पनपता) जाता है। इसके अलावा यह स्वस्थ इंसान की नाक और बलगम में भी पाया जाता हैं।

ब्लैक फंगस के लक्षण(Symptoms of black fungus):-

  • ब्लैक फंगस की चपेट में  आने के बाद व्यक्ति की नाक बंद हो जाना।
  • नाक से ख़ून(blood) या तरल काला पदार्थ निकलना।
  • आंखों में लालपन ,सूजन और दर्द होना, धुंधला दिखना, अंतिम में अन्धापन आना।
  • रोगी के नाक के आसपास छोटे काले धब्बे भी हो सकते हैं।

ब्लैक फंगस इंफेक्शन  क्या है? फंगस का स्रोत, लक्षण, फैलने का कारण, सावधानियां, एवं बचाव उपाय(What is a black fungus infection?  Fungus source, symptoms, cause of spread, precautions, and preventive measures):-

ब्लैक फंगस का संक्रमण शरीर मे कैसे फैलता है?(How does the infection of black fungus spread in the body?)

ब्लैक फंगस में सबसे पहले आपकी आंख लाल हो जाती है फिर आंखों में धीरे धीरे सूजन आने लगती है नजर कमजोर पड़ने लगती है जब मरीज गम्भीर हो जाता है तो ऐसे मरीज की आंखों की रोशनी चली जाती है।

कोरोना का पेशेंट(मरीज) आंख की सूजन या लालिमा को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें क्योंकि कोरोना के मरीजों में यह फंगस बहुत तेजी से फैल रहा है


जब आपकी दिमाग या मस्तिष्क तक यह फंगस पहुंच जाता है तो फिर क्या होता है(What happens when this fungus reaches your brain or brain?):-

फंगस धमनियों के जरिए आपकी दिमाग तक पहुंच जाता है इसके बाद रोगी को अचानक लकवा मार जाता है या मिर्गी का दौरा पड़ने लगता है या आप चलते-चलते बेहोश होने लगते हैं या सिर में ऐसा दर्द होता है कि जिसे आप बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं कई बार तो मरीज की मौत भी हो जाती है


ब्लैक फंगस से मौत का कारण(Cause of death from black fungus):-

यह फंगस ब्लड वेसल्स(रक्त वाहिकाएं) को बहुत नुकसान पहुंचाता है इस फंगस की वजह से ब्लड वेसेल्स या रक्त वाहिकाएं पूरी तरह सूख जाती हैं जो गैंग्रीन की तरह दिखने लग जाती हैं, गैंग्रीन काले रंग का होता है इसलिए इस फंगस के फैलने से शरीर में(आँखों में) काले रंग के धब्बे पड़ने लगते हैं इसलिए इसका नाम ब्लैक फंगस रखा गया है।


ब्लैक फंगस से बचने के लिए रखी जाने वाली सावधानियां(Precautions to be taken to avoid black fungus):-

1. जिस कोरोना संक्रमित व्यक्ति को शुगर या डायबिटीज की बीमारी है तो उसे सावधानी रखनी चाहिए।

2. यदि आप कोरोना से अभी रिकवर या ठीक हुए हैं तो आपकी इम्यूनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है।

3. यदि आप कैंसर या एचआईवी/एड्स के मरीज हैं तो यह बीमारी आपके लिए जानलेवा भी  हो सकती है।

4. बिना मास्क के घर से बाहर न निकले औऱ न किसी प्रकार की भीड़ में शामिल हो।

5. यदि आपको ऐसे लक्षण दिखाई दे(black funfus के) तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।

इलाज एवं दवा(Treatment and medicine):-

ब्लैक फंगस इंफेक्शन होने पर फंगस की दवा दी जाती है।

यदि बीमारी गम्भीर हैं तो नाख, आँख या मस्तिष्क की सर्जरी भी की जाती है।


यह भी जानिए-

म्यूकरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) में मृत्यु दर 50% तक होती है. डॉक्टर के अनुसार कोविड-19 के गंभीर मरीज़ों को बचाने के लिए स्टेरॉइड्स(Steroids) के इस्तेमाल(use) से ये संक्रमण शुरू हो रहा है।


कोरोना वायरस( covid-19) होने पर फेफड़ों की सूजन को कम करने के लिए Steroids (स्टेरॉइड्स) का इस्तेमाल किया जाता है और जब शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली (Immune system) कोरोना वायरस या COVID-19 से लड़ने के लिए अतिसक्रिय (Hyperactive) हो जाती है तो उस दौरान शरीर को कोई नुक़सान होने से रोकने में help करते हैं।


लेकिन, ये इम्यूनिटी कम करते हैं और डायबिटीज़ या बिना डायबिटीज वाले मरीज़ों में शुगर का स्तर बढ़ा देते हैं, माना जा रहा है कि ऐसे में इम्यूनिटी कमज़ोर पड़ने के कारण म्यूकरमायकोसिस(Block fangus) संक्रमण हो रहा है।


Doctor के अनुसार- डायबिटीज शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को कमज़ोर करता है, कोरोना वायरस इसे तेज़ काम करने के लिए बाध्य कर देता है और तब कोविड-19 के इलाज में मदद मिलती है।


अस्वीकरण(Disclaimer)

इस साइट में शामिल जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा चिकित्सा उपचार को प्रतिस्थापित करना नहीं है।  विशिष्ट व्यक्तिगत जरूरतों के कारण, पाठक की स्थिति की जानकारी की उपयुक्तता निर्धारित करने के लिए पाठक को अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

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